मुसीबत

कुछ दिनों से शहर मे उदासी छायी है
लग रहा है शायद जान पे बन आयी है
ये दर्द तेरे नसीब में थे ही नहीं,इंसान...
ये मुसीबत तूने खुद व खुद बुलायी है

🙏देश के लिए घर पर रहें🙏

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