शबरी के झूठे बैर

कुछ ऐसी महान आत्मा भी है हमारे शहर में
शबरी के झूठे बैर खाते‌‌ हुए राम जी को देखते हैं,,, तो रो पड़ती हैं

पर घर में काम वाली वाई को अलग कप में चाय देती हैं

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