कहीं उड़ने को पंख नहीं मिल पातेतो कहीं पंख काट दिये जाते हैं,यहां सभी को अपने हिस्से के काम बांट दिए जाते हैं,नेताओं को याद आती है ग़रीबी इलेक्शन के टाइम,फिर जो जीते तो पलटकर इनमें चमाट दिए जाते हैं,बस मेरे देश में कुछ इस तरह सभी को अपने हिस्से के काम बांट दिए जाते हैं
कहीं उड़ने को पंख नहीं मिल पाते
तो कहीं पंख काट दिये जाते हैं,
यहां सभी को अपने हिस्से के काम बांट दिए जाते हैं,
नेताओं को याद आती है ग़रीबी इलेक्शन के टाइम,
फिर जो जीते तो पलटकर इनमें चमाट दिए जाते हैं,
बस मेरे देश में कुछ इस तरह
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